ट्रैक्टर की सही देखभाल के लिए अपनाएं ये आसान तरीके

Update On: Thu Jul 18 2024 by Faiz Miraj
ट्रैक्टर की सही देखभाल के लिए अपनाएं ये आसान तरीके

किसान अन्नदाता हैं और देश के भाग्य विधाता हैं। किसानों की आय और देश की भूख, उनकी फसलों से तय होती है। अच्छी गुणवत्ता की फसल पाने के लिए किसान अलग अलग तरीके अपनाते हैं। उनमें से एक है कृषि यंत्रों का इस्तेमाल।  इनका उपयोग खेतों की जुताई-बुवाई, खाद और कीटनाशक डालने, सिंचाई करने, फसलों की सुरक्षा के लिए, फसल कटाई, ढुलाई आदि के लिए होता है लेकिन कृषि में ट्रैक्टर एक प्रमुख कृषि यंत्र माना गया है,  जो किसानों के खेतों को नई तकनीकों से जोड़ने का काम करता है। इसी लिए ज़रूरी है कि ट्रैक्टर की सही और समय पर देखभाल की जाए। आइए जानते हैं कि किसान भाई कैसे आसानी से अपने ट्रैक्टर की सही देखभाल कर सकते हैं। ये सारे तरीके आपके रख-रखाव के खर्चे को कम करेंगे और ट्रैक्टर की लाइफ़लाइन बढ़ाएंगे।

अपने ट्रैक्टर का साफ़ रखें

ट्रैक्टरों में ज़ंग का खतरा हमेशा बना रहता है। बारिश से अपने ट्रैक्टर को बचा कर रखें। टायरों का जाम होना और पुर्जों में ज़ंग लगने जैसी कई अन्य दिक्कतें हो सकती हैं। इसके लिए अपने ट्रैक्टर की रोजाना देखभाल कर अच्छे से साफ-सफाई करें। पुर्ज़ों की नियमित ग्रीसिंग करें।

इंजन का ख़्याल रखें

इंजन वाहन का दिल होता है। ट्रैक्टर के इंजन का समय-समय पर रखरखाव नहीं करने पर इसकी कार्य दक्षता में कमी आती है जिसके कारण ईंधन की खपत बढ़ जाती है। रेडिएटर के पानी को जांचें और इसे फिर से भरें। तेल के स्तर को जांच लें। डॉक्टर सतीश कुमार वर्मा की मानें तो फ़्यूल फिल्टर के भाग को समय समय पर बदल देना चाहिए। हर 150 घंटे पर इसे बदल दें। नए ट्रैक्टर में पहली बार 55 घंटे और पुराने ट्रैक्टर में 150 घंटे चलने पर तेल बदल दें। ट्रैक्टर का इंजन अगर नीला धुआं दे रहा है तो कंबशन चेंबर में डीज़ल जा रहा है। वहीं अगर सफ़ेद धुआं आ रहा है तो पानी हो सकता है वहां पर। कूलेंट के स्तर की जांच करें। पिस्टन पिन व ऑयल पिन को बदलना चाहिए। तेल (डीजल) फिल्टर में संग्रहित पानी की जांच कर नली प्लग द्वारा बाहर निकालें। बैटरी के जल-स्तर की जांचकर पानी को लेवल में रखें।

टायरों का ध्यान रखें

ज़रूरी नहीं कि हवा की ज़रूरत सभी ट्रैक्टरों के लिए एक जैसी हो। एक ही ट्रैक्टर के आगे और पीछे के टायरों को अलग-अलग एयर प्रेशर की आवश्यकता हो सकती है। आमूमन पिछले पहिए में हवा का दबाव कम रखना चाहिए। अगले पहिए में हवा का दबाव ज़्यादा होना चाहिए। अगर टायर घिस गए हैं तो रिमोल्डिंग करवाएं, वरना नया टायर इस्तेमाल करें।

ब्रेकिंग सिस्टम को दुरुस्त रखें

सुनिश्चित करें कि आपका ब्रेक सिस्टम ठीक है और काम कर रहा है। अगर नहीं कर रहा तो तुरंत अपने मैकेनिक से संपर्क करें।

अन्य कुछ बारीक जानकारी

गियर बॉक्स के तेल को बाहर निकाल लेना चाहिए और इसमें सही ग्रेड के साफ तेल को भरें। ऐसे ही बैक-एक्सल के तेल को बाहर निकालें और साफ तेल भरें। हाइड्रॉलिक पंप के फिल्टर को भी साफ़ कर लेना चाहिए।  स्टीयरिंग ऑयल को बदल लेना चाहिए।

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इन आसान तरीकों से आप अपने ट्रैक्टर की सही देखभाल कर सकते हैं। बहुत से किसान भाई ट्रैक्टर का प्रयोग करने से पहले और रखरखाव व मरम्मत पर विशेष ध्यान नहीं देते। लंबे समय तक ट्रैक्टर की कार्यक्षमता बढ़ाने के लिए इन सभी चीज़ों का पालन करें।

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